
इटावा। थाना बकेवर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पटिया निवासी गंभीर सिंह के 11 वर्षीय मासूम बालक लवकेश को सोमवार देर रात्रि लगभग एक से तीन बजे के बीच किसी खतरनाक सर्प ने उसके बिस्तर में ही डस लिया जिसका उसे पता ही नही चला और वह सो गया कुछ देर बाद उसके पेट में तेज मरोड़ के साथ दर्द शुरू हुआ जिसकी जानकारी उसने अपने माता पिता को दी कोई समझ ही नहीं सका की क्या हुआ जिसके बाद तड़के सुबह 4 बजे के करीब घरवाले उसे निकट के अस्पताल लेकर गए जहां उसे दर्द की दवा दी गई जिससे कुछ आराम मिला लेकिन कुछ देर बाद उसका गला ही बन्द होने लगा और मुंह से गाढ़ा झाग आने लगा वह लडखड़ाई आवाज में बोला पापा कोई मेरा गला दबाता जा रहा है मैं बोल ही नही पा रहा हूं। पापा…पापा….पा….बस इसके बाद उसकी हालत खराब होती चली गई। घरवाले उसे आनन फानन में सैफई पीजीआई तक भी ले गए लेकिन तब तक वह मासूम दम तोड चुका था। चेक करने पर उसके बाएं पैर में घुटने से नीचे जहरीले सर्प के काटे के दो निशान दिखाई दिए जो तब तक नीले पड़ने लगे थे।
*झाड़ फूंक हमेशा ही जानलेवा साबित होती है।*
कुछ ग्रामीण लोगों के कहने पर घरवालों ने उसकी जगह जगह झाड़ फूंक भी कराई लेकिन कोई फायदा नही हुआ क्यों की कोबरा या करैत के जहरीले सर्पदंश में कोई झाड़ फूंक कभी काम ही नहीं करती है। इसी बीच लवकेश के घरवालों में पुलिस विभाग में तैनात पीआरओ डीसीपी हजरतगंज लखनऊ कुलदीप सिंह ने जनपद इटावा निवासी मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी से संपर्क किया और फोन पर जानकारी दी कि, उनके भतीजे को देर रात्रि किसी जहरीले सर्प ने काट लिया है और हालत बिगड़ गई है तब डॉ आशीष ने बताए गए लक्षणों के आधार पर करैत सर्प के द्वारा लवलेश को काट लेने की पुष्टि की।
*कैसे होते है जहरीले सर्प करैत के काटने के लक्षण*
डॉ आशीष ने बताया कि, इस सर्प के काटने के बाद के प्रकट होने वाले लक्षणों में तेज पेट दर्द के साथ गला भी जाम होने लगता है रोगी बोल नही पाता है और मुंह से गाढ़ा झाग भी आता है क्यों की इस प्रक्रिया में जुबान में लकवा भी मार जाता है पलकें भी झुकती चली जाती है। इस प्रक्रिया में कुछ समय अवश्य लग सकता है लेकिन खतरनाक करैत सर्पदंश के यही कुछ मुख्य लक्षण होते है जिनमे कुछ देर बाद ही पीड़ित व्यक्ति को तेज न्यूरोटॉक्सिक वेनम के असर से दिखाई देना भी बन्द हो जाता है।
तब कुलदीप सिंह ने कहा कि उनके भतीजे के साथ थी यही हुआ था। फिलहाल लवकेश के घरवालों का इस अप्रत्याशित घटना से रो रो कर बुरा हाल है। ज्ञानस्थस्ली विद्यालय भरथना में कक्षा 4 का छात्र लवकेश पढ़ने में अच्छा था और बेहद ही सरल एवम सौम्य स्वभाव का था लवकेश के पिता नोएडा में प्राइवेट जॉब करते है और मां गृहणी है उसके एक बड़ी बहन है जो भाई के मरने के बाद बेसुध हो गई है। सोमवार को उसके पिता घर पर ही थे रात्रि में लवकेश अपने पिता के पैर दबाकर 12 बजे के बाद सोने चला गया था जिसके बाद ही उसके साथ यह घटना घटित हो गई और वह मासूम तड़प तड़प कर मर गया। मासूम लवकेश की मौत पर पूरे पटिया गांव में शोक की लहर व्याप्त है और हर किसी की आंखों में मासूम लवकेश की मौत पर आंसू छलक रहे है।
*वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी की विनम्र अपील*
इस घटना से सबक लेते हुए वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष ने जनपद इटावा के समस्त ग्रामीणों से अनुरोध किया है कि इस समय बरसात के मौसम में विशेष सावधानी बरतें और खाली जमीन पर बिना मच्छरदानी के बिलकुल भी न सोएं क्यों कि रात्रिचर करैत सर्प कोबरा से भी ज्यादा खतरनाक होता है और अक्सर यह बिस्तर में घुसकर भी काट लेता है जिसके बाद रोगी को काटने का अहसास भी नही होता है क्यों की इस सर्प के दांत बहुत ही छोटे होते है जो कभी कभी शरीर पर दिखाई भी नहीं देते है और फिर तेज जहर के कारण बेहद हालत बिगड़ने के बाद ही प्रकट होने वाले लक्षणों के आधार पर करैत के काटने की पुष्टि हो पाती है। डॉ आशीष ने अहम जानकारी देते हुए बताया कि, सर्पदंश अब उत्तर प्रदेश में राज्य आपदा भी घोषित है और सर्पदंश से मृत्यु होने पर शासनादेश में लिखी नियमानुसार कार्यवाही पर राज्य सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को एक सप्ताह में चार लाख रुपए का आर्थिक मुआवजा भी संबंधित जिले के जिलाधिकारी के माध्यम से दिया जाता है। लेकिन सर्पदंश होने पर झाड़ फूंक से बचे और रोगी को हल्का मजबूत बंध लगाकर सीधे जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के कमरा नंबर तीन में लेकर जाएं जहां पर 24 घण्टे एंटीवेनम भी उपलब्ध रहता है।

Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist



