
लखनऊ।मानसून जब भी आता है अपने साथ तमाम बिमारियों की बड़ी पोटली बांध कर लाता है।बारिश से भले ही चिलचिलाती गर्मी से राहत मिल जाती है,लेकिन इससे लोगों को बाढ़ और अलग-अलग बीमारियों का सामना करना पड़ता है।इन दिनों आंखों की एक बीमारी ने अधिकतर लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है।इस बीमारी का नाम कंजंक्टिवाइटिस है,जिसे पिंक आई इन्फेक्शन या आई फ्लू के नाम से भी जाना जाता है।दिल्ली सहित कई राज्यों में इस इन्फेक्शन के रोजाना कई मामले देखे जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी आई फ्लू का प्रकोप तेजी से बढ़ा है।सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में हर दिन लगभग 200 नए मरीज आ रहे हैं,जिसमें बच्चों की संख्या ज्यादा है।हर आयु वर्ग के लोग आई फ्लू की चपेट में आ रहे हैं।डॉक्टरों का कहना है आई फ्लू मरीज के संपर्क में आने से दूसरा व्यक्ति भी इसकी जद में आ रहा है।बलरामपुर अस्पताल की नेत्र ओपीडी में हर दिन लगभग 150 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं,जिसमें 50 से ज्यादा मरीज आई फ्लू के आ रहे हैं,जिसमें बच्चों की संख्या ज्यादा है।
बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया आई फ्लू के सबसे अधिक मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। उन्होंने बताया यह इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है। संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से बचकर मर्ज पर काबू पाया जा सकता है। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर ने बताया नेत्र रोग की ओपीडी में हर दिन करीब 50-60 मरीज आ रहे हैं। इसमें करीब 25-30 बच्चे हैं।
सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी का यही हाल है। यहां पर हर दिन 60-70 मरीज आई फ्लू के आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है बीते डेढ़ हफ्ते में आई फ्लू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है।रानीलक्ष्मीबाई, बीआरडी महानगर, ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय समेत अन्य अस्पतालों की ओपीडी में 20-25 हर अस्पताल में मरीज आ रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक, हर दिन सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में जिले में करीब 200 से अधिक नए मरीज आई फ्लू के सामने आ रहे हैं।
बलरामपुर अस्पताल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आकांक्षा सिंह ने बताया कम तापमान और हाई ह्यूमिडिटी की वजह से लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के संपर्क में आते हैं। यही एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इन्फेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं। आंखों में खुजली या सूजन होने का मतलब है कि कंजंक्टिवाइटिस है। इस कंडीशन में बार-बार आंखों में हाथ लगाने से दूसरी आंख में भी इसके होने का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसे में यह बचाव करना चाहिए। इसलिए हाथों से रगड़ना या छूना नहीं चाहिए। उन्होंने बताया हर दिन ओपीडी में करीब 50-60 मरीज आ रहे हैं।एक व्यक्ति के होने पर बचाव न करने पर पूरा परिवार इसकी चपेट में आ रहा है।
निजी आई सेंटर के डॉ. पीयूष मिश्रा ने बताया जब किसी व्यक्ति को आई फ्लू होता है तब उसकी आंख में देखने से फ्लू नहीं होता है। बल्कि यह फ्लू संपर्क में आने के बाद ही फैलता है। उन्होंने बताया अगर किसी कंजंक्टिवाइटिस मरीज के मेकअप कॉजल, आई लाइनर, टॉवल या रूमाल यूज करते हैं तो इस इन्फेक्शन के होने के संभावना बढ़ जाती हैं।
*यह बरते सावधानी*
1-पेशेंट को आइसोलेट रखें।
2-उसकी टॉवल-पिलो अलग रखें।
3-घर में तीन से पांच दिन अलग रहने की सलाह दे
4-आंखों से छूने से बचाने के लिए चश्मा लगाए रहें।
5साफ सफाई का ध्यान रखें।
*आई फ्लू के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय*
1-शहद आंखों की इस बीमारी को ठीक करने में आपकी मदद कर सकता है,क्योंकि इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। आई फ्लू में शहद का इस्तेमाल करने के लिए आप एक गिलास पानी लें और इसमें दो चम्मच शहद मिलाएं।फिर इसी शहद वाले पानी से आपनी आंखों को धोएं।शहद वाले पानी से आंखों में होने वाली जलन और दर्द को जल्दी दूर किया जा सकता है।
2-आई फ्लू से निजात पाने के लिए आप गुलाब जल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं,क्योंकि इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो इन्फेक्शन पैदा करने वाले कीटाणुओं से लड़ते हैं।गुलाब जल आई फ्लू से होने वाली तकलीफों को कम करता है और आंखों को आराम पहुंचाता है।आपको बस गुलाब जल की दो बूंदें आंखों में डालनी हैं।
3-आई फ्लू से छुटकारा पाने के लिए आलू का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।आलू की तासीर ठंडी होती है।इसलिए ये आई फ्लू से होने वाली दिक्कतों को कम कर सकता है। आपको बस एक आलू को टुकड़ों में काटना है।फिर इसे अपनी आंखों पर रखना है।आंखों पर आलू की स्लाइस को 10-15 मिनट तक रहने दें।
4-तुलसी कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है।इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण पाए जाते हैं। तुलसी के कुछ पत्तों को पानी में भिगोकर रातभर के लिए भिगोकर रख दें।फिर सुबह तुलसी वाले पानी से आंखों को धो लें।
5-हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।हल्दी में मौजूद औषधीय गुण आंखों के संक्रमण को रोकने में मदद कर सकते हैं।थोड़े से गुनगुने पानी में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं। फिर रुई को हल्दी वाले पानी में भिगोकर आंखों पर लगाएं।इससे आंखों की गंदगी साफ हो जाएगी और दर्द एवं जलन से राहत मिलेगी।
बता दें कि इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist



