
जम्मू-कश्मीर में एक दंपत्ति को आईपीएस और आईएएस अधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उन्होंने नौकरी दिलाने और ट्रांसफर कराने के नाम पर कई लोगों से ठगी की है।आरोपियों की पहचान मनमोहन गंजू और उनकी पत्नी आयुष कौल गंजू के रूप में हुई है। मनमोहन एक सस्पेंडेड पुलिसकर्मी है। उसके घर से लैपटॉप, मोबाइल फोन, नकदी, आभूषण, फर्जी ट्रांसफर और जॉइनिंग लेट समेत अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं।
पति आईपीएस तो पत्नी खुद को बता रही थी आईएएस अफसर
जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि मनमोहन गंजू पुलिस विभाग में था, उसे सस्पेंड कर दिया गया था। वह खुद को आईपीएस अधिकारी बताता था। जबकि उसकी पत्नी खुद को आईएएस अधिकारी होने का दावा करती थी। इनके कब्जे से कई ट्रांसफर और अपॉइंटमेंट लेटर मिले हैं। लैपटॉप और मोबाइल जब्त कर लिया गया है। उसने धोखे से नकदी, आभूषण और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं अपने पास रख ली थी, जो उसके घर से भी बरामद हुईं।
अब तीन पीड़ित सामने आए
आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 170, 419, 420, 467, 468, 471 के तहत सदर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकारियों ने बताया कि ठग दंपती के शिकार तीन लोग अब तक सामने आए हैं। इन पीड़ितों के आधार पर ही दंपती को पकड़ा गया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे धोखेबाजों के बहकावे में न आएं।
मार्च में पकड़ा गया पीएमओ का फर्जी कर्मचारी
इस साल मार्च में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुजरात के एक ठग किरणभाई पटेल को गिरफ्तार किया था। किरणभाई ने काफी समय तक प्रधान मंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की तरह काम किया था और जेड-प्लस सुरक्षा कवर और अन्य अधिकारों का लाभ उठाते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन के साथ अच्छा समय बिताया था। वीवीआईपी दर्जे का आनंद लेने के अलावा, उन्होंने कुछ सुरक्षा-संवेदनशील स्थानों का भी दौरा किया था।

Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist



