लखनऊ।तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म वाले बयान पर सियासी घमासान तेज हो गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद भारतीय जनता पार्टी उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म वाले बयान पर हमलावर हो गई है। भाजपा के निशाने पर सिर्फ उदयनिधि या डीएमके ही नहीं बल्कि पूरा विपक्षी गठबंधन है।इसी क्रम में हिंदुत्व के फायर ब्रांड मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सनातन धर्म के मुद्दे पर विपक्षी नेताओं को अपने पुराने अंदाज में घेरते नजर हुए नजर आए।सीएम योगी ने रावण,बाबर से कंस तक के नाम गिनाए और सनातन धर्म पर हमले को मानवता को संकट में डालने का प्रयास बताया।
यह पूरा सियासी घमासान उदयनिधि स्टालिन का सनातन धर्म पर दिए बयान से शुरू हुआ।उदयनिधि ने हाल ही में सनातन उन्मूलन सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। सम्मेलन में उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते।हमें इसे मिटाना है।इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है।
उदयनिधि के बाद उनकी ही पार्टी के सांसद ए राजा उनसे भी आगे निकले।ए राजा ने कहा कि सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था।ए राजा ने कहा कि सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए, जबकि उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया से की है। ए राजा ने कहा कि सनातन की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए।
सनातन धर्म पर दक्षिण भारत के नेताओं के इन बयानों ने भारतीय जनता पार्टी को विपक्ष को घेरने का मौका दे दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बैठक में मंत्रियों से कहा कि सनातन धर्म पर उदयनिधि के बयान का सही से (तथ्यों के साथ) जवाब दिया जाए।
*रावण के अहंकार से नहीं मिटा सनातन: सीएम योगी*
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि जब देश सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहा है। इस समय कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है।भारत की प्रगति, समृद्धि वैश्विक मंच पर भारत एक नए अवतार के रूप में जाना जा रहा है।पूरा देश गौरव की अनुभूति कर रहा है। सीएम ने कहा कि इन उपलब्धियों को कमजोर करने के लिए उनके द्वारा भारत, भारतीयता और सनातन परंपरा पर उंगली उठाने का प्रयास हो रहा है,अपमानित करने का प्रयास हो रहा है, सनातन के प्रति समाज की दृष्टि को कमतर करने का प्रयास हो रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि जो सनातन नहीं मिटा था रावण के अहंकार से, जो सनातन नहीं डिगा था कंस की हुंकार से, जो सनातन नहीं मिटा था बाबर और औरंगजेब के अत्याचार से, वह सनातन इन तुच्छ सत्ता परजीवी जीवों से क्या मिट पाएगा। सीएम ने कहा कि इन्हें अपने कृत्यों पर लज्जित होना चाहिए। सनातन पर उंगली उठाने का मतलब मानवता को संकट में डालने का प्रयास है।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist