संभल। उत्तर प्रदेश के संभल से बड़ी खबर सामने आ रही है। संभल से समाजवादी पार्टी से सांसद 94 वर्षीय शफीकुर्ररहमान बर्क का मंगलवार को निधन हो गया है।बर्क काफी लंबे समय से बीमार थे।सपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बर्क को प्रत्याशी बनाया था।बर्क को फरवरी महीने की शुरुआत में खराब स्वास्थ्य होने से मुरादाबाद स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था,जहां उनका इलाज चल रहा था।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने दी श्रद्धांजलि
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी सांसद शफीकुर्ररहमान को श्रद्धांजलि दी है।अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, कई बार के सांसद जनाब शफीकुर्रहमान बर्क साहब का इंतकाल, अत्यंत दु:खद। उनकी आत्मा को शांति दे भगवान। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दु:ख सहने का संबल प्राप्त हो। भावभीनी श्रद्धांजलि।
पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ
शफीकुर्रहमान बर्क उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद थे।सांसद बर्क हमेशा खुलकर तमाम मुद्दों पर अपनी बात भी रखते थे। कई बार बर्क के बयानों ने काफी सुर्खियां बटोरी भी, लेकिन हर मुद्दे पर अलग राय होती थी,जिसे बर्क कहने में कभी गुरेज नहीं करते थे फिर चाहे वो देश से जुड़े मुद्दे हों या फिर अपनी पार्टी सपा से जुड़े विषय हों। यही वजह है विपक्षी पार्टी से सांसद होने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बर्क लेकर तारीफें की थी।
5 बार सांसद रह चुके बर्क
बता दें कि सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क सदन के सबसे बुजुर्ग नेताओं में से एक थे। बर्क चार बार विधायक और 5 बार सांसद रह चुके हैं। साल 2019 के चुनाव में सपा और बसपा ने गठबंधन किया था।इस दौरान बर्क ने संभल सीट से सबसे बड़ी जीत हासिल की थी।बर्क ने पहली बार सपा के टिकट पर 1996 में लोकसभा चुनाव लड़ा था और उसमें जीत हासिल की थी।साल 2014 में मोदी लहर में बसपा के सिंबल पर बर्क ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी।बर्क का जन्म 11 जुलाई 1930 को हुआ था।बर्क ने चौधरी चरण सिंह के साथ राजनीति की शुरुआत की थी।बर्क बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी रहे।देशभर में मुस्लिमों की आवाज बुलंद करने और ईमानदार छवि होने के लिए जाना जाता था।बर्क ने सपा के गठन के समय भी मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर काम किया था और सपा के फाउंडर मेंबर भी कहलाते थे।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist