इटावा- 7 मार्च 2024 को कांग्रेस पार्टी इटावा द्वारा भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा इटावा पर पॉलिटिकल इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष मलखान सिंह यादव ने कहा कि भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में भाजपा की चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक मानते हुए उस पर रोक लगा दी है अदालत में राजनीतिक दलों को इस योजना के तहत प्राप्त चन्दे का खुलासा करने का निर्देश दिया है साथ ही भारतीय स्टेट बैंक को चुनावी चंदे की पूरी जानकारी 6 मार्च 2024 से पहले सार्वजनिक करने और चुनाव आयोग को सौंपने का भी निर्देश दिया है माननीय सुप्रीम कोर्ट का यह निर्देश चुनाव में काले धन के खिलाफ एक साहसी कदम है।
शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे ने कहा चुनावी बांड योजना के प्राथमिक लाभार्थी होने के नाते सत्तारूढ़ दल भाजपा को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद असुविधा का सामना करना पड़ रहा है 2017 में योजना की शुरुआत के बाद से राजनीतिक दलों को सामूहिक रूप से 12000 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं जिसमें अकेले भारतीय जनता पार्टी को ₹6566.11 करोड़ रुपया प्राप्त हुए हैं जो सभी चुनावी बांड का 55% है।
प्रदेश सचिव मोहम्मद राशिद खान ने कहा भाजपा दानदाताओं के बारे में जानकारी सार्वजनिक होने के बाद चुनिंदा कॉर्पोरेट के साथ अपने संबंधों के संभावित जोखिम को लेकर चिंतित मोदी सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक पर जानकारी साझा न करने का दबाव डाला है भारतीय स्टेट बैंक ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक आवेदन किया जिसमें विवरण साझा करने के लिए 30 जून 2024 तक का समय मांगा गया है यह देरी बहुत ही संदिग्ध है
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पीसीसी सदस्य कोमल सिंह कुशवाहा कहां देश के सबसे बड़े कंप्यूटरीकृत बैंक को चुनावी बांड के बारे में जानकारी के लिए 5 महीने के समय की आवश्यकता नहीं है इससे पता चलता है कि भाजपा द्वारा वित्तीय अनियमितताओं और काले धन के स्रोत को छुपाने के लिए भारतीय स्टेट बैंक का उपयोग किया जा रहा है।
धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष मलखान सिंह यादव,शहर अध्यक्ष पल्लब दुबे, मोहम्मद राशिद खान, कोमल सिंह कुशवाहा, संजय दोहरे,कुसुम लता उपाध्याय, महिला जिला अध्यक्ष सुनीता कुशवाहा,युवा जिला अध्यक्ष सोजिब रिजवी, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आसिफ जादरान, विष्णुकांत मिश्रा,सरवर अली,अंसार अहमद, मिथिलेश शंखवार,मनीष मिश्रा,एजाज अहमद,बाबू अली आदि लोगों उपस्थित रहे।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist