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रिजर्व पुलिस लाइन इटावा स्थित सभागार मे आयोजित सर्पदंश जागरुकता कार्यशाला मे सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी द्वारा पुलिसकर्मियों को किया गया जागरुक

जनपद इटावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा के निर्देशन मे रिजर्व पुलिस लाइन इटावा स्थित सभागार मे आयोजित सर्पदंश जागरुकता कार्यशाला मे सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी द्वारा पुलिसकर्मियों को किया गया जागरुक ।
सभी सर्प जहरीले नहीं कृपया न डरें : सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी


14.07.2024 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा संजय वर्मा के कुशल दिशा निर्देशन में रिजर्व पुलिस लाइन इटावा स्थित सभागार मे पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के दृष्टिगत जनपद इटावा में पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण के लिये कार्य कर रही संस्था ऑर्गनाइजेशन फ़ॉर कंजर्वेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर (ओशन) द्वारा डिजास्टर मेंनेजमेंट प्लान के तहत राज्य आपदा विषयक सर्प पहचान,सर्पदंश उपचार व सर्पों का महत्व विषय पर आधारित एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ । जिसमे सभी पुलिस कर्मियों ने सर्प दंश से बचाव के साथ त्वरित उपचार और सर्प को पहचाना सीखा।
मुख्य वक्ता रहे वन्यजीव विशेषज्ञ, सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने सभी उपस्थित पुलिस कर्मियों को “लेक्चर ऑफ लाइफ” के अपने विशेष व्याख्यान में सर्पदंश, पहचान और उपचार की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
जागरूकता कार्यक्रम के अंत में सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा द्वारा प्रोत्साहित करते हुए प्रोत्साहन राशि प्रदान की गयी ।

इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी पुलिस कर्मियों ने विभिन्न सर्पो की पहचान और फर्स्ट एड उपचार सम्बन्धी विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया ।
डॉ आशीष ने बताया कि आपके स्कूलों में व घरों के आस पास चूहों और मेंढकों को सूंघकर ही सांप उनके पीछे अक्सर सर्प चले आते है। अतः हमे अपने अपने घर एवं स्कूलों में साफ सफाई स्वच्छता का विशेष ख्याल रखना चाहिये। और सर्पदंश का शिकार होने पर हमे बिल्कुल भी घबराना नही चाहिए क्यों कि,सभी सर्प जहरीले भी नही होते है।
डॉ आशीष ने विशेष रूप से कहा कि,हमेशा ध्यान रखना कि, कोबरा या करैत के दंश का इलाज झाड़ फूँक कभी नही होता बल्कि सिर्फ एंटीवेनम ही होता है,साथ ही बताया कि,सभी सर्प किसान मित्र होते है जो चूहों को खाकर पर्यावरण संतुलन के साथ हमारे खाद्यान्न भंडार को चूहों और हानिकारक कीड़ों से सुरक्षित बनाए रखने अपनी अहम भूमिका निभाते है अतः सर्पों और अन्य वन्यजीवों को कभी भी नही मारना चाहिए। सर्पदंश के बाद के इलाज के लिए जिला अस्पताल इटावा के इमरजेंसी वार्ड के कमरा नम्बर तीन में जल्द से जल्द से जल्द पहुंच जाएं ताकि आपकी जान बच सकें।
इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक अपराध श्री सुबोध गौतम, प्रतिसार निरीक्षक श्री किश्वर अली एवं पुलिस के अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहें ।

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