नई दिल्ली । पूरे भारत में बरसात के समय सर्पदंश की घटनाओं में काफी तेजी आती है इसी गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने लोक सभा में सर्पदंश का गंभीर मुद्दा उठाते हुए कहा कि,*भारत में हर साल लगभग 50 हजार लोग सर्पदंश से मारे जाते है। मृत्यु की यह संख्या विश्व भर में भारत में सबसे अधिक दर्ज है।
देखा जाए तो देश भर में लगभग 30 से 40 लाख लोग हर साल सर्प दंश के शिकार होते ही है जिसमे होने वाली अधिकतर मौतों को सही कारण पता होने पर उन्हें समय से बचाया भी जा सकता है। उन्होंने कहा कि,जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में अधिक परिवर्तन होने पर सर्पदंश की घटनाएं भी अक्सर बढ़ जाती है।
ज्ञात हो कि,केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा 2024 में भी सर्पदंश पर एक विशेष SOP (स्पेशल ऑपरेशन प्रोटोकॉल) भी जारी किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा वर्तमान में सर्पदंश को राज्य आपदा घोषित किए जाने के साथ साथ इस राष्ट्रीय मुद्दे की गंभीरता और हर साल होने वाली मौत के बड़े आंकड़े को दृष्टिगत रखते हुए जनपद इटावा में पिछले कई वर्षों से संस्था ओशन के महासचिव, सर्प विशेषज्ञ, सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी द्वारा वृहद रूप से जनहित में सर्पदंश जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है जिससे कि समय से जागरूकता होने पर सर्पदंश से होने वाली मौतों के आंकड़े और जनहानि को रोका जा सके ।
विशेष बात यह भी है कि,पिछले कई वर्षों से स्कूलों कालेजों एवम विभिन्न महाविद्यालयों में पर्यावरण एवम वन्यजीव संरक्षण के लिए कार्यरत संस्था ओशन द्वारा चलाए गए विशेष सर्पदंश जागरूकता अभियान के प्रचार प्रसार के माध्यम से ही
जनपद इटावा अब सर्पदंश के मामले में पूरे उत्तर प्रदेश के सभी अन्य जनपदों से कहीं ज्यादा सजग और जागरूक हो चुका है।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist