इटावा (सैफई) 25 अगस्त 2024। उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में जनपद के सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थय केंद्र के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, नर्सिंग अधिकारी,और एमएच-सीपी का 22-24 अगस्त तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्रसूति विभाग के तत्वाधान में कराया गया यह जानकारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसपी सिंह ने दी।
प्रसूति विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ कल्पना ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर अगर सही समय पर पता चले तो उसकी रोकथाम की जा सकती है जिसके लिए महिलाओं के प्रीमैलिंगनेंट घाव की जांच सही समय पर होनी आवश्यक होती है।इसीलिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण में स्वास्थ्य कर्मियों को सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग विधियों के संदर्भ में प्रशिक्षित किया गया।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन आयुष्मान भारत आयुष्मान आरोग्य मंदिर के तहत डॉ प्रगति द्विवेदी के निर्देशन में कराया गया । डॉ प्रगति ने बताया कि प्रतिदिन 25 -25 प्रशिक्षुओं प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में सबसे पहले समाज में सर्वाइकल कैंसर के बोझ के बारे में शिक्षित किया गया और सर्वाइकल कैंसर की विभिन्न स्क्रीनिंग विधियों की मदद से इस बीमारी को कैसे कम किया जाए इस बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
डॉ प्रगति ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर जो एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस) वायरस के साथ लगातार संक्रमण होने पर सर्वाइकल कैंसर का कारण होता है। सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग व टीकाकरण एचपीवी के रोकथाम के लिए कारगर है। उन्होंने बताया कि 9-15 वर्ष की आयु के बीच सभी लड़कियों को दो खुराक और 26 वर्षीय युवतियों को तीन खुराक के साथ टीकाकरण करके सर्वाइकल कैंसर यह रोकथाम की जा सकती है इस संदर्भ में विस्तारपूर्वक जानकारी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी प्रशिक्षुओं को दी गई। उन्होंने बताया कि सैंफई मेडिकल कॉलेज की ओपीडी कमरा नंबर- 10 में सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग (सोमवार से शनिवार) की जाती है।
कार्यक्रम के समापन पर विभागाध्यक्ष डॉ कल्पना के निर्देशन में डॉ वैभव कांति, डॉ सोनिया,डॉ नूपुर, डॉ शालिनी,डॉ नमिता ने सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist