इटावा (सैंफई)6 सितंबर 2024।उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैंफई में एमआरयू (मल्टी- डिसीप्लिनरी रिसर्च यूनिट) के तत्वाधान में माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ प्रभात कुमार सिंह ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर “मॉलेक्युलर बायोलॉजी टेक्निक्स”पर दो दिवसीय (6 -7 सितंबर) कार्यशाला का शुभारंभ किया साथ ही तीन नवीन प्रयोगशालाओं ड्रग डिस्कवरी लैब, मॉलेक्युलर बायोलॉजी लैब, साइटोजेनेटिक्स लैब का भी शुभारंभ किया और सभी प्रयोगशालाओं का निरीक्षण कर एमआरयू के नोडल अधिकारी डॉ सुशील कुमार के प्रयासों की सरहाना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विज्ञान के क्षेत्र में अत्यधिक अनुसंधान और बेहतर रोगियों की देखभाल और संकाय सदस्यों को शीर्ष शोधकार्य का चयन करने और उसे आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय उपकरण सुविधा और अनुसंधान कार्यों को बेहतर बनाने के लिए इस तरह की प्रयोगशालाएं व कार्यशालाओं का विशेष महत्व है।
एमआरयू नोडल ऑफिसर डॉ सुशील कुमार ने बताया कि कार्यशाला में चिकित्सा संकायों के सदस्यों ने प्रतिभाग किया। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में पारंपरिक पीसीआर वास्तविक समय पीसीआर के लिए प्राइम डिजाइनिंग उत्परिवर्तन, अनुवांशिक सामग्री (डीएनए और आरएनए) का अलगाव, जैसे क्षेत्रों के महत्वपूर्ण बिंदुओं को कार्यशाला में शामिल किया गया।
कार्यशाला रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर डॉ अमित सिंह ने मॉलेक्युलर बायोलॉजी टेक्निक्स के संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारियां कार्यशाला में साझा की और मुख्य बिंदुओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में गरिमामय उपस्थित प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. रमाकांत यादव, कुल सचिव प्रोफेसर डॉ चंद्रवीर सिंह, मेडिसिन संकायाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉ एसपी सिंह, साइंटिस्ट डॉ अरविंद कुमार व एमआरयू के सभी वैज्ञानिक व ईवीएन टेक्निकल स्टाफ सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist