नई दिल्ली।हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान होगा।इसके बाद 8 अक्टूबर को मतगणना होगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा विधानसभा चुनाव के चलते 5 रैलियां कर सकते हैं।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी 14 सितंबर से हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपना अभियान शुरू कर सकते हैं।पीएम हरियाणा के कुरुक्षेत्र में अपनी पहली चुनावी रैली करेंगे।
14 सितंबर से चुनावी अभियान में जुट सकते हैं पीएम मोदी
पीएम मोदी के चुनावी अभियान की शुरूआत 14 सितंबर से हो सकती है।भाजपा 10 साल सत्ता में रहने के बाद तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है।ऐसे में भाजपा को उम्मीद है कि पीएम के मैदान में उतरने से उनका चुनावी अभियान पूरा होगा।
कुरुक्षेत्र से ही क्यों चुनावी रैली की शुरुआत कर रहे हैं पीएम मोदी
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कुल 4 विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें शाहबाद,थानेसर,लाडवा और पेहोवा विधानसभा सीटें शामिल हैं। भाजपा ने शाहबाद से सुभाष कलसाना,थानेसर से सुभाष सुधा,पेहोवा से सरदार कमलजीत सिंह अजरणा और लाडवा से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को टिकट दिया है।ऐसे में हो सकता है कि पीएम मोदी पहली चुनावी रैली कुरुक्षेत्र के लाडवा से ही संबोधित करें और चुनावी रैलियों की शुरुआत करें।
बता दें कि 2019 में भी नायब सिंह सैनी ने लाडवा से मतों में बड़े अंतर के साथ जीत दर्ज की थी। वहीं 2024 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान भी कुरुक्षेत्र से भाजपा को भारी मतों के अंतर के साथ जीत मिली है। कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव में नवीन जिंदल ने जीत दर्ज की।नवीन जिंदल ने इस सीट से तीन बार भाजपा को जीत दिलाई है।कुरुक्षेत्र में ही श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान अर्जुन को दिया था।वहीं भाजपा भी गीता महोत्सव को हमेशा खास अहमियत देती है और अधिक से अधिक लोगों को इसमें शामिल होने के लिए प्रेरित करती है।ऐसे में हो सकता है कि पीएम मोदी अपनी चुनावी रैली के दौरान इस ओर भी ध्यान केंद्रित करना चाहते हों।
बीजेपी की 10 साल की उपलब्धियों के बारे में बताया जाएगा
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने फैसला किया है कि पिछले 10 साल की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताएं।साथ ही कांग्रेस और भ्रष्टाचार पर भी ऊ बात करेगी।साथ ही महिलाओं के लिए योचनाओं के ऐलान किए जाने को लेकर भी पीएम मोदी बात करेंगे।चुनावी घोषणापत्र के जरिए जो वादे किए जा रहे हैं उनपर भाजपा खरा भी उतरेगी।
चुनावी घोषणापत्र के बारे में भी की जाएगी बात
चुनावी घोषणापत्र के जरिए जो वादे भाजपा कर रही है, उनके बारे में भी चुनावी अभियान के दौरान बताया जाएगा।एनडीए को लोकसभा में पहले जैसे नतीजे नहीं मिले थे और इस वजह से भाजपा विधानसभा चुनावों में अधिक सक्रिय हो गई है। भाजपा ने बड़ी संख्या में जाटों को मैदान में उतारा है और साथ ही दलितों को भी मैदान में उतारा है।इसके अलावा भाजपा के पास ओबीसी का भी वोट है।अगर वोटों का बिखराव होता है तो पार्टी को उम्मीद है कि उसे इसमें जरूर सफलता हासिल होगी।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist