बरेली।जंगलों के आसपास रहने वाले ग्रामीण अब सुरक्षित नहीं हैं।सियारों के हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।हाल ही में बरेली के रामपुर खुर्द और देवकोला गांवों में एक पागल सियार ने रात के समय खुले में सो रहे लोगों पर हमला किया, जिसमें 5 बच्चों समेत 20 लोग घायल हो गए।आशंका जताई जा रही है कि यह सियार मानसिक रूप से विक्षिप्त था, जिससे उसने यह आक्रामक हमला किया।
रामपुर खुर्द में सियार रात लगभग 1 बजे के गांव में घुसा और कई घरों में सोए हुए लोगों पर हमला किया।ग्रामीणों का कहना है कि सियार एक के बाद एक लोगों पर हमलावर हो रहा था, जिससे गंभीर चोटें आईं।इसके बाद जब सियार को रामपुर खुर्द से भगाया गया तो वह देवकोला गांव पहुंच गया जहां उसने फिर से लोगों को निशाना बनाया।
ग्रामीणों के मुताबिक रात आंधी और बारिश के कारण बिजली नहीं थी,जिससे ज्यादातर लोग घरों के बाहर या खुले दरवाजों के साथ सो रहे थे।सियार के हमले के बाद सभी घायलों को आंवला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां उन्हें रैबीज के इंजेक्शन दिए गए।
इस घटना पर चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि सियार के हमले में घायल 9 लोगों को आंवला और 11 लोगों को रामनगर के अस्पताल में रैबीज के इंजेक्शन लगाए गए हैं। गंभीर रूप से घायल 5 लोगों को, जिनमें 3 आंवला से और 2 रामनगर से हैं,बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
बता दें कि कुछ दिन पहले एक पागल कुत्ते के काटने से एक भैंस की मौत हो गई थी,जिसे सही तरीके से दफनाने के बजाय एक गड्ढे में डाल दिया गया था।कई दिन तक सियार और कुत्ते उस भैंस का मांस खाते रहे, जिससे आशंका है कि सियार पागल हो गया और उसने हमला किया।इस घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत है और जंगल के किनारे बसे इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की जा रही है।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist