इटावा जुलूस ए मोहम्मदी के दौरान एक ऐसा नजारा देखने को मिला जो हिंदू मुस्लिम संस्कृति के लिए एक बड़ी मिशाल के तौर पर लंम्बे समय तक याद किया जाएगा।
जब जुलूस ए मोहम्मदी पचराहा से कुंज की ओर पहुंचा तभी हिंदू समाज के एक व्यक्ति राजू टंच के चाचा पन्ना लाल की अर्थी शमशान घाट के लिए आई दोनों एक दूसरे के रास्ते में आने पर मुस्लिम समाज के एस एम मुस्तकीम, इमरान सुल्तान, मोहम्मद गुलशेर, इन्तिज़ार अहमद चीनी, मोहम्मद फुरकान व अन्य मुस्लिम समाज के लोगों ने मिलकर जुलूस को रोक कर अर्थी को निकालने के किये रास्ता बनाने का कार्य किया।
अगर समाज में ऐसे ही लोग प्यार मोहब्बत के साथ हिन्दू – मुस्लिम का सहयोग करते रहे तो आपसी भाई चारा को कभी भी कम नहीं किया जा सकता।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist