अयोध्या।रामनगरी अयोध्या की प्रसिद्ध 14 कोसी परिक्रमा के लिए योगी सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं।परिक्रमा के लिए सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है।भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार परिक्रमा हो रही है।परिक्रमा के दौरान श्रध्दालुओं को परेशानी न हो इसके लिए योगी सरकार ने जरूरी इंतजाम किए हैं।
आपको बता दें कि 14 कोसी परिक्रमा 9 नवंबर को अक्षय नवमी की तिथि पर शुरू होगी। वहीं पंचकोसी परिक्रमा 12 नवंबर को देवोत्थानी एकादशी की तिथि से शुरू होगी।पिछली बार दोनों परिक्रमा में 25 लाख श्रद्धालु शामिल हुए थे।इस बार भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार परिक्रमा होगी।इसलिए इससे भी ज्यादा श्रद्धालुओं का रामनगरी पहुंचने और परिक्रमा करने का अनुमान है।
भोजन-पानी और चिकित्सा सेवा
योगी सरकार परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा लिए भोजन,पानी और चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी में जुटी है।इस दौरान ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं।परिक्रमा मार्ग का ट्रैफिक डाइवर्ट कर सुरक्षा के लिहाजा से जगह-जगह बैरीकेडिंग की गई है।
राम मंदिर ट्रस्ट भी करेगा इंतजाम
अयोध्या जिला प्रशासन ने बताया कि तैयारियां 7 नवंबर तक पूरी कर ली जाएंगी। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। परिक्रमा में रोजाना लगभग 1.5 लाख श्रद्धालुओं के राममंदिर में दर्शन करने आएंगे।
14 कोसी परिक्रमा धार्मिक महत्व
14 कोसी परिक्रमा सरयू तट से शुरू होती है और इसके चारों ओर के मार्गों से गुजरती है।लगभग 45 किलोमीटर की यह परिक्रमा बेहद खास है।इसमें श्रीराम से संबंधित सभी स्थल और मंदिर शामिल हैं। इसको लेकर श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह रहता है।राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि अयोध्या प्रभु राम की जन्मस्थली है। भगवान विष्णु ने यहां अवतार लिया था। यहां तमाम मठ-मंदिर हैं। बजरंगबली अयोध्या में राजा के रूप में विराजमान हैं। अयोध्या की परिक्रमा करने से समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist