लखनऊ।उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव का बिगुल बज चुका है।उपचुनाव को लेकर यूपी का सियासी पारा हाई है।पार्टियां एक-दूसरे पर जुबानी हमले कर रही हैं। पोस्टर वार भी जारी है।इसी कड़ी में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया। मायावती ने कहा कि ऐसे समय में जब करोड़ों लोग महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं,भाजपा और कांग्रेस महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के लिए प्रचार में एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। साथ ही मुफ्त उपहारों की घोषणा करने में व्यस्त हैं।
पूर्व सीएम मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि जनता के मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय ये पार्टियां चुनाव से पहले अपने झूठे प्रचार और वादों के साथ नकारात्मक राजनीति में व्यस्त हैं।इन दोनों पार्टियों द्वारा जनता से किए गए वादे ईमानदारी से पूरे नहीं किए जा रहे हैं। क्योंकि वादे केवल लोगों को गुमराह करने के लिए किए जाते हैं। सरकार बनने के बाद नेता इसे भूल जाते हैं।
पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि यही कारण है कि कांग्रेस की सरकारों पर खासकर हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में वादाखिलाफी के आरोप लग रहे हैं।यूपी सहित विभिन्न प्रदेशों में सरकार बनने के बाद भाजपा ज्वलंत मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए जुगाड़ की राजनीति में लग जाती है।मायावती ने कहा कि बसपा चुनाव के दौरान लोगों को गुमराह करने के लिए कोई घोषणा पत्र जारी नहीं करती। बल्कि करोड़ों गरीब,उत्पीड़ित और बेरोजगार लोगों के लिए ईमानदारी से काम करती है।
पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि आज करोड़ों लोगों का जीवन व्यापक गरीबी,बेरोजगारी,महंगाई,कृषि,शिक्षा,स्वास्थ्य,सड़क,
बिजली,स्वच्छ पानी और कानून व्यवस्था जैसी बुनियादी आवश्यकताओं से जूझ रहा है। भाजपा और कांग्रेस की सरकारें महाराष्ट्र और झारखंड राज्य विधानसभा आम चुनावों के मद्देनजर मुफ्तखोरी और वादों की घोषणा करने में व्यस्त हैं।
मायावती ने कहा कि आमजन को रोजगार की सख्त जरूरत है।मायावती ने दावा करते हुए किया कि उनकी सरकार द्वारा प्रदान की गई नौकरियों की संख्या अब तक सपा और भाजपा सरकारों द्वारा प्रदान किए गए संयुक्त रोजगार से अधिक है।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist