कोलकाता।पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर को इंसाफ दिलाने और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर लड़ाई अब सड़कों पर आ गई है।आज भाजपा के नेता और कार्यकर्ता पूरे बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।भाजपा का बंगाल बंद हिंसक होता नजर आ रहा है।भातपारा इलाक़े में बीजेपी नेता प्रियांशु पांडे को गोली लगी है।प्रियांशु को गंभीर हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि नेता प्रियंशु पांडे पर टीएमसी कार्यकर्ता ने 6 राउंड फायरिंग की है।
भाजपा ने मंगलवार को राज्य सचिवालय तक मार्च करने वाले छात्रों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई के विरोध में आज को सुबह छह बजे से पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद की घोषणा की है। भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं।पुलिस ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है।ममता सरकार ने कहा है कि कोई बंद नहीं है और जो सरकारी कर्मचारी ऑफिस नहीं पहुंचेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राज्य सचिवालय नबन्ना तक प्रदर्शनकारियों के पहुंचने के प्रयासों के दौरान मंगलवार दोपहर कई स्थानों पर पुलिस के साथ उनकी झड़पें हुईं तथा कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई।लगभग चार घंटे तक हिंसा हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए,जिनमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और महिला प्रदर्शनकारी भी शामिल हैं।पुलिस ने बताया कि राज्यभर में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि बंद के समर्थकों ने राज्य में उसके अधिकार क्षेत्र में आने वाले 49 स्थानों पर रेल की पटरियां अवरुद्ध कर दीं।उन्होंने बताया कि ज्यादातर स्थानों पर अवरोध हटा दिया गया,लेकिन नौ स्टेशन पर अवरोध जारी है,जिनमें से ज्यादातर स्टेशन सियालदाह दक्षिण सेक्शन पर हैं।
कोलकाता नगर निगम के पार्षद सजल घोष को पास के कोले बाजार में बंद को लागू करने की कोशिश के दौरान भाजपा और तृणमूल समर्थकों के बीच हाथापाई होने के तुरंत बाद सियालदाह में उनके आवास से हिरासत में ले लिया गया।
सुबह से ही सड़कों और रेल की पटरियों को अवरुद्ध करने के लिए पूर्व राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली और विधायक अग्निमित्रा पॉल समेत कई भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया गया है।
भाजपा बंगाल बंद के दौरान कोलकाता के बागबाजार इलाके में जबरदस्त एक्शन देखने को मिल रहा है।एक तरफ टीएमसी के कार्यकर्ता और दूसरी ओर भाजपा के कार्यकर्ता आमने-सामने हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि टीएमसी के लोगों के कहने पर उनके कार्यकर्ताओं को पुलिस डिटन कर रही है।जबरदस्त हंगामा है।पुलिस लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर ले जा रही है।
कोलकाता में 12 घंटे के बंद के दौरान भातपारा इलाक़े में भाजपा नेता प्रियांशु पांडे को गोली लगी है। प्रियांशु को गंभीर हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रियांशु के ड्राइवर को सर में गोली लगी है। बताया जा रहा है कि प्रियंशु पांडे पर टीएमसी कार्यकर्ता ने 6 राउंड फायरिंग की है।
कोलकाता के भबनीपुर में भाजपा विधायक अग्निमित्र पाल ने लोगों से हाथ जोड़कर आग्रह किया कि वे अपने वाहन बाहर न निकालें।भाजपा कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में उत्तर 24 परगना के बोनगांव स्टेशन, दक्षिण 24 परगना के गोचरन स्टेशन और मुर्शिदाबाद स्टेशन पर प्रदर्शन किया।उत्तर 24 परगना के बैरकपुर स्टेशन पर उस समय तनाव बढ़ गया, जब भाजपा समर्थक और टीएमसी कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए।हुगली स्टेशन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने लोकल ट्रेन का रास्ता रोक दिया।
भाजपा के बंगाल बंद का असर राजधानी कोलकाता की सड़कों पर नजर आ रहा है।कोलकाता में आज सुबह सड़कों पर सामान्य व्यस्तता गायब दिखी और बसें, ऑटो-रिक्शा और टैक्सियां कम संख्या में चल रही हैं।निजी वाहन भी संख्या में काफी कम नजर आ रहे हैं।हालांकि बाजार और दुकानें हमेशा की तरह खुली रहीं।स्कूल और कॉलेज खुले रहे, जबकि अधिकांश प्राइवेट ऑफिस में उपस्थिति कम है और कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा गया है।
भाजपा के 12 घंटे के बंगाल बंद की वजह से कोलकाता के हावड़ा में बस ड्राइवरों को हेलमेट पहने देखा जा सकता है।इन ड्राइवरों का कहना है कि सुरक्षा की वजह से ये लोग हेलमेट पहन रहे हैं।दरअसल मंगलवार को नबन्ना रैली के दौरान हुई हिंसक झड़पों से लोग बेहद डरे हुए हैं।
भाजपा के 12 घंटे के बंगाल बंद के दौरान विरोध प्रदर्शन जारी है।कोलकाता में कई जगह भाजपा कार्यकर्ता ममता सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं।इस दौरान पुलिस ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है।
बंगाल बंद की जानकारी देते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी ने निर्ममता और तानाशाही की सारी हदें पार कर दी हैं।चाहे भाजपा के कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हो, संदेशखाली और आरजी कर मेडिकल कॉलेज केस में दोषी को बचाने के लिए सरकार और प्रशासन की मिलीभगत है।सभी मामलों में बंगाल की मुख्यमंत्री का तानाशाह रवैया देखने को मिला है।ममता ऐसे गुनहगारों को बचने का प्रयास कर रही हैं, इसमें उनकी क्या मजबूरी है।
नड्डा ने संदेशखाली की घटना का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य की महिलाओं को न्याय दिलाने में विफल रही हैं।उन्होंने विश्वास जताया कि लोग राज्य में भाजपा के बंद के आह्वान का समर्थन करेंगे और उनके (ममता बनर्जी) अहंकार को समाप्त कर देंगे।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist