Etawah उसरहार । थाना उसराहार के ग्राम उघेनी/विजयी निवासी रामजीवन के 11 वर्षीय पुत्र अश्वनी की देर रात्रि सर्पदंश से दर्दनाक मौत हो गई । जानकारी के मुताबिक अश्वनी घर में अपने परिवार के साथ सोया हुआ था तब रात्रि में ही सर्प बिस्तर पर चढ़ गया और उसने मासूम अश्वनी को गर्दन और हाथ में डस लिया। जिसके बाद हालत खराब होने पर घरवाले उसे जनपद के किसी प्राइवेट अस्पताल में ले आए और इसके बाद किसी के कहने पर उदी के किसी निजी अस्पताल में भी ले गए लेकिन अश्वनी को वहां के चिकित्सकों द्वारा वापस कर देने के बाद परिजन वापस उसराहार ले आए और इलाके के किसी मामन मंदिर पर झाड़ फूंक कराते रहे। लेकिन मासूम अश्वनी को बचाया नही जा सका। लक्षणों के आधार पर अश्वनी को करैत सर्प का दंश ही हुआ था। इस दुखद घटना के बाद से जनपद के सर्प विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने जनपद इटावा की समस्त जनता से निवेदन किया है कि, चूंकि इस समय सर्पों के शीतकालीन अवस्था (हाइबरनेशन) में जाने का समय भी चल रहा है अतः सर्प अपने जीवन की रक्षा के लिए गर्म और सुरक्षित स्थान ढूंढ रहे है अतः इस समय भी आप सभी थोड़ा अधिक सावधान रहें और किसी भी अंधेरे कमरे या किसी घास फूस वाली जगह पर जाने से बचें अन्यथा आपको सर्पदंश हो सकता है। लेकिन दुर्भाग्य से यदि किसी को कोबरा या करैत का दंश हो भी जाए तो कृपया घबराए नहीं बल्कि 1 या डेढ़ घंटे के अंदर ही जिला अस्पताल (मोतीझील) में इमरजेंसी वार्ड के कमरा नंबर 3 में लाकर चिकित्सक की देखरेख में इलाज कराएं। जिला अस्पताल में सर्पदंश का इलाज निशुल्क उपलब्ध है। और यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु सर्पदंश से हो भी जाए तो कृपया उसका पंचनामा भरवाए, पोस्टमार्टम करवाए उसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय से संपर्क करें तत्पश्चात नियमानुसार राज्य आपदा के तहत 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता राज्य सरकार के द्वारा पीड़ित परिवार को दी जाती है। लेकिन कृपया किसी भी अंधविश्वास में आकर सर्पदंश के रोगी का झाड़ फूंक कराने में समय भूलकर भी बर्बाद न करें क्यों कि, विषधारी सर्प कोबरा या करैत के दंश का एक मात्र इलाज एंटीवेनम ही है। जो कि जिला अस्पताल इटावा और उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई की इमरजेंसी में भी निशुल्क उपलब्ध है।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist