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रामलला के प्राण प्रतिष्‍ठा समारोह के दिन आतंकी हमले की योजना बनाने वाला कौन है पन्‍नू,यूपी है उसके निशाने पर

अयोध्या। रामनगरी अयोध्‍या में भव्य राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्‍ठा का एतिहासिक समारोह सोमवार को होगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस एतिहासिक समारोह में शामिल होंगे। इसके अलावा देश की कई बड़ी हस्तियां समारोह में शामिल होने के लिए लगातार रामनगरी अयोध्‍या पहुंच रही हैं। इसी बीच खुफिया एजेंसियों को मिले एक ऑडियो टेप से मिली जानकारी के मुताबिक खालिस्‍तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्‍नू समारोह में खलल डालने की योजना बना रहा है। एजेंसियों के मुताबिक पन्नू के निशाने पर राजधानी लखनऊ भी हो सकती है।

ऑडियो में गुरपतवंत सिंह पन्नू किसी से कह रहा है कि भाई, आपको लखनऊ में गुरुद्वारे तक पहुंचना होगा।वहां से आपको कोई भी कार्रवाई करने के लिए जरूरी चीजें मिल जाएंगी, आपको हवाई अड्डे पर कार्रवाई करनी होगी,जहां हर कोई अयोध्या जाने में व्यस्त होगा, मैं पैसे तभी दूंगा, जब मुझे वीडियो दोगे।अब सवाल ये उठता है कि प्राण प्रतिष्‍ठा समारोह के दिन आतंकी हमले की योजना बना रहा पन्नू कौन है, पन्नू कहा है और उसका इरादा क्‍या है।

बता दें कि गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत में मोस्‍ट वांटेड आतंकी है।पन्नू भारत की एजेंसियों से बचने के लिए अमेरिका और कनाडा में छुपता हुआ फिर रहा है।पन्नू पहले भी भारत पर आतंकी हमलों की धमकियां देता है।विदेश में रहते हुए पन्नू भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है।भारत और कनाडा के संबंधों में पिछले दिनों आई कड़वाहट का कारण वहां बैठा खालिस्तानी आतंकी पन्नू ही था।पन्नू कनाडा में मौजूद खालिस्तानी आतंकवादी संगठन का मुखिया है। पन्नू ने पिछले साल के आखिर में एयरइंडिया के विमानों को उड़ाने की धमकी भी दी थी।इसके बाद भी कनाडा की सरकार ने पन्‍नू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की,जिससे भारत और कनाडा के बीच काफी तनातनी का माहौल बन गया था।पन्‍नू लंबे समय से कनाडा के हिंदुओं को धमकी भी देता रहा है। पन्नू के वीडियो भी सामने आते रहे हैं। एक वीडियो में पन्‍नू कह रहा था कि भारत के हिंदू कनाडा छोड़ो, भारत चले जाओ। पन्नू दावा कर रहा था कि खालिस्तान समर्थक सिख हमेशा कनाडा के प्रति वफादार रहे हैं,उन्होंने हमेशा इस देश का पक्ष लिया है,खालिस्तान के समर्थक सिख कनाडा में रहेंगे, हिंदुओं का देश भारत है, लिहाजा, वे तुरंत भारत लौट जाएं।

बता दें कि गुरपतवंत सिंह पन्नू अमृतसर के खानकोट गांव में पैदा हुआ था।पन्नू के पिता पंजाब स्‍टेट एग्रीकल्‍चरल मार्केटिंग बोर्ड में कर्मी थे।चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल करने वाला पन्‍नू सिख फॉर जस्टिस का कानूनी प्रवक्‍ता भी है।पन्‍नू के पास कनाडा के अलावा अमेरिका की नागरिकता भी है।विदेश पहुंचने पर पन्‍नू ने कुछ समय ड्राइवर के तौर पर काम किया।फिर वकालत शुरू कर दी। जुलाई 2023 में पन्नू ने एक वीडियो जारी करके उत्तरी अमेरिका और यूरोप में भारतीय राजनयिकों की हत्या के आह्वान वाले पोस्टरों की जिम्मेदारी ली थी।पन्‍नू भारत से कनाडा में अपना दूतावास बंद करने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी धमकी दे चुका है।पन्नू ने जी-20 सम्‍मेलन के कुछ दिन पहले दिल्ली के कुछ मेट्रो स्टेशनों पर खालिस्तान समर्थक नारे लिखवाने की जिम्‍मेदारी भी ली थी। एसएफजे सिखों के लिए अलग देश खालिस्तान की मांग करने वाला संगठन है।पन्‍नू 2007 में स्‍थापित इस संगठन के संस्‍थापक सदस्‍यों में है।भारत सरकार ने 2020 में पन्‍नू को आतंकी घोषित कर उसकी खेती वाली जमीन को यूएपीए के तहत कुर्क कर ली थी।

बता दें कि गुरपतवंत सिंह पन्नू पर भारत में 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें राजद्रोह के मामले भी शामिल हैं।खालिस्‍तान के समर्थन में अमेरिका, कनाडा जैसे देशों में पन्नू कार्यक्रम और रैलियां करता है। पन्नू भारत पर सिखों के मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप लगाता रहा है। भारत चाहता था कि अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो, लेकिन फिलहाल पन्नू के खिलाफ इंटरपोल नोटिस जारी नहीं किया जा सका है।

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