लखनऊ।लोकसभा चुनाव अब सिर पर है।कभी भी लोकसभा चुनाव का बिगुल बज सकता है।सभी राजनीतिक पार्टियां लोकसभा चुनाव में विजय पताका फहराने के लिए कमर कसकर जुट गई हैं।लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 फरवरी को उत्तर प्रदेश पहुंचेगी। उत्तर प्रदेश एक ऐसा प्रदेश है जहां इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी भी तगड़ा पेंच फंसा है।
राहुल गांधी की इस न्याय यात्रा के लिए कांग्रेस ने 20 जिलों में कोऑर्डिनेटर बनाए हैं और वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है।उत्तर प्रदेश में न्याय यात्रा 11 दिनों में 20 जिलों का सफर तय करेगी और 25 फरवरी को आगरा होते हुए राजस्थान में प्रवेश करेगी।
आगामी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का ऐलान कर एक बार फिर पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की है।यह न्याय यात्रा 20 मार्च तक चलेगी और 15 राज्यों में लगभग 6700 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।एक दिन पहले यात्रा के आगाज के दौरान राहुल ने केंद्र सरकार पर मणिपुर को लेकर जमकर हमला बोला था।
यात्रा की शुरुआत में आयोजित जनसभा में बड़ी संख्या में महिला और युवा शामिल हुए।बहुजन समाज पार्टी से निलंबित सांसद दानिश अली भी इस यात्रा का हिस्सा बने।कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी।
राहुल गांधी की यह यात्रा चंदौली, बनारस ,भदोही, प्रयागराज प्रतापगढ़ ,अमेठी ,रायबरेली ,लखनऊ ,सीतापुर ,लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर ,मुरादाबाद ,अमरोहा , संभल,बुलंदशहर अलीगढ़ और हाथरस होते हुए आगरा से राजस्थान में प्रवेश करेगी।कांग्रेस ने 6 फरवरी को यात्रा को लेकर एक बड़ी बैठक बुलाई है,जिसमें हर जिले का एक कोऑर्डिनेटर मौजूद रहेगा।इस यात्रा को सफल बनाने के लिए एक वॉर रूम भी बनाया गया है जो यात्रा की सीधी मॉनिटरिंग करेगा।
प्रदेश के कोऑर्डिनेटर और पूर्व सांसद पीएल पुनिया, सह संयोजक और सीएलपी लीडर आराधना मोना मिश्रा, विधायक वीरेंद्र चौधरी, मीडिया अध्यक्ष और पूर्व मंत्री डॉक्टर सीपी राय राहुल गांधी की इस पूरी यात्रा को सफल बनाने के लिए लगातार मीटिंग कर आगे बढ़ रहे हैं।
Author: मोहम्मद इरफ़ान
Journalist