Bharat News Today

एक माँ सभी के जीवन की पहली सबसे महत्वपूर्ण और सबसे अच्छी दोस्त होती है

एक माँ सभी के जीवन की पहली, सबसे महत्वपूर्ण और सबसे अच्छी दोस्त होती है क्योंकि कोई भी उसके जैसा सच्चा और वास्तविक नहीं हो सकता है। वह एक और एकमात्र व्यक्ति है जो हमेशा हमारे अच्छे और बुरे समय में हमारे साथ खड़ा रहता है। वह हमेशा अपने जीवन में किसी से भी ज्यादा परवाह करती है और हमसे प्यार करती है एक माँ न केवल एक बच्चों को जन्म देती है बल्कि उसे प्यार करने, देखभाल करने और बिना किसी शर्त के खुद को आजीवन समर्पण करने को तैयार रखती है। हर व्यक्ति के जीवन में माँ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि वह सिर्फ अपने बच्चों को प्यार, दुलार करती है। बल्कि वह एक रक्षक, मित्र और साथ ही एक अनुशासन की भूमिका भी निभाती है

इसलिए मदर्स डे का खास महत्व है एक मां शिखा भदोरिया किस नजरिए से मदर्स डे को देखती हैं आई सुनते हैं उनकी जुबानी

1-प्रत्येक के जीवन में प्रथम शिक्षक मां होती है। आपका रोल अपने बेटे को लेकर क्या है

Ans -मैं अपने बेटे के लिए रोल मॉडल हूं क्योंकि मैं एक टीचर हूं और अपने बच्चों को भी दोस्त जैसा ही ट्रीट करती हूं,

2-कहते हैं हर मां अपने बेटे के लिए बड़े सपने देखती है। आज आपके बेटे जिस ओहदे में हैं उससे आप संतुष्ट हैं कि कुछ और इससे भी बड़े सपने आपने देख रखा है अपने बेटे के लिए,

Ans- में ये चाहती हूं कि मेरा बेटा खूब पढ़े लिखे और जो उसका सपना है वह भगवान पूरा करें उसमें मैं उसका साथ दूंगी

3-बचपन में आपके बेटे पढ़ाई लिखाई में कैसे थे

Ans-बेटे की लिखावट ख़राब थी

4-क्या कभी पिटाई की जरूरत पड़ती थी या डांट से काम चल जाता था,

Ans- मैंने अपने बेटों की पीटाई बहुत कम की है पर मे डाट जायदा लगा देती हूं

5- आप बहुत व्यस्त है क्या आपको आपकी चाहत के मुताबिक वक्त दे पाते हैं

Ans- में इतना व्यस्त रहने के बाद भी रात को बेटो के लिए समय निकलती हूँ और उनके स्कूल में पढ़ाई के बारे में मैं पूछती रहती हूं वह भी मुझसे अपनी सारी बात शेयर करते है

6-कुछ माएं ऐसी भी हैं जो सारा वक्त और पैसा अपने बेटे को तराशने में लगा देती है। लेकिन बेटा जब काबिल होता है तो वो अपनी मां को छोड़ कर चला जाता है। ऐसे बेटों के लिए आप क्या कहोगी,

Ans- आजकल देखा गया है बच्चे बड़े हुए नहीं कि नौकरी के चक्कर में मां बाप की तरफ ध्यान ही नहीं देते शादी के बाद बच्चों में तेजी से बदलाव हो जाते हैं लेकिन मैं कहना चाह रही हूं कि उन मां बाप के बारे में भी सोचना चाहिए जो आज वह जिस मुकाम में खड़े हैं उनको सपनों को पूरा करने में उनके माता-पिता का पूरा सपोर्ट रहता है,

7-पूत कपूत सुने हैं, पर न माता सुनी कुमाता’ एक लोकोक्ति है. क्या ये सच है। इसका मतलब आपके शब्दों में चाहूंगा,

Ans-इसका मतलब ये है की बच्चे अपने माँ बाप को बेशक भूल जाए बेटा अपनी बहु के कहने पर घर पर नही रखते है कुछ लोगो की बात कर रही हू  लेकिन माँ बाप अपने बच्चों को कभी परेशान नहीं देख सकते है माँ तो अपने बच्चे को बंद आँखों से भी अपने बच्चे को पहचान  लेती है

8- आपके कितने बेटे बेटी है। और उनका क्या प्रोफाइल है। उन बच्चों को आगे क्या बनाने का सपना देखा है

Ans-मेरे दो बेटे है एक बेटा 9 में है और एक 6 में और मां होने के नाते एक को इंजीनियर और एक को डॉक्टर बनना चाहती हूं

9-आज मातृ दिवस है। इस मौके पर अपने बच्चों को क्या आशीर्वाद देना चाहेंगी।

Ans-बच्चे खूब पढाई करें और जो भी उनकी इच्छाएं हैं उनको भगवान पूरा करें

10- आज की धमा चौकड़ी में बच्चों की परवरिश मां को कैसे करनी चाहिए 

Ans- आज के माहौल को देखते हुए बच्चों पर नजर रखनी चाहिए
और बच्चों को अच्छे संस्कार देना चाहिए,

विशाल रावत टीवी 27 न्यूज़ इटावा

Leave a Reply

यह भी पढ़ें

टॉप स्टोरीज

Gold & Silver Price